बजरंगी यादव ने सभी कवियों और कवित्रियों समेत अन्य को अंग वस्त्र और मोमेंटो देकर किए सम्मानित
साहिबगंज: साहित्य की दुनिया के राष्ट्रीय कवि सम्मेलन के दूसरे दिन रविवार को भी साहित्यकारों ने अपनी कविता से लोगों में जोश और उमंग भर दिया। कार्यक्रम के दूसरे दिन का शुभारंभ भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय मंत्री बजरंगी प्रसाद यादव ने दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों से आए रचनाकारों की बेहतरीन प्रस्तुति ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में महाराष्ट्र से प्रीति शुक्ला, रमा लड्ढा, पल्लवी रानी, उत्तर प्रदेश से आस्था कुमारी, मोहनी राजभर, बिहार से सृति झा, रंजन लता, सुनीता झा, डॉक्टर सच्चिदानंद पाठक, झारखंड से मधुबाला शांडिल्य बिंदु, श्रीवास्तव उत्तम लयकार रोहित अम्बष्ट के अलावा मुख्यमंत्री उत्कर्ष कन्या विद्यालय की छात्राएं जमुना दास चौधरी बालिका उच्च विद्यालय की छात्रा पब्लिक उच्च विद्यालय के छात्र एवं राजस्थान मध्य विद्यालय के छात्र ने भी अपनी काव्य पाठ से लोगों को मध्य मुक्त कर दिया। कार्यक्रम के दूसरे दिन का संचालन कार्यक्रम संयोजक और मंच के महासचिव सुधीर श्रीवास्तव ने किया।
मोमेंटो देकर सभी को किया गया सम्मानित:
सम्मान समारोह कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बजरंगी प्रसाद यादव ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से शहर की भी गरिमा बढ़ती है और लोगों में साहित्य के प्रति प्रेम का संचार होता है। बजरंगी यादव ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों में जहां तक होगा उनका भरपूर सहयोग प्राप्त होता रहेगा। मंच के अध्यक्ष गोपाल श्रीवास्तव ने तीसरी वर्षगांठ पर भाव कार्यक्रम के आयोजन को लेकर साहित्यकारों के साथ-साथ साहिबगंज शहर के तमाम लोगों का भी धन्यवाद और आभार प्रकट करते हुए कहा कि यह पूरा कार्यक्रम साहिबगंज शहर के सहयोग पर ही निर्भर करता है। कार्यक्रम को सफल बनाने में एक-एक व्यक्ति का अपना महत्व होता है, सभी व्यक्ति के सहयोग से ही कार्यक्रम सफल होता है।
कार्यक्रम के समापन के समय साहिबगंज शहर में रक्तदान के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले प्रशांत शेखर, सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले ओमप्रकाश पंडित, संगीत के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाली प्रभा भादुड़ी एवं कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले श्याम विश्वकर्मा और अमित प्रकाश को भी विशेष प्रतिभा सम्मान से सम्मानित किया गया। देर शाम तक कार्यक्रम का समापन उत्सव वेंकट हॉल में किया गया, जिसमें सभी आगंतुक साहित्यकारों को सम्मानित किया गया।