घेराबंदी कार्य को बंद करने के बाद प्रदर्शन कर रहे क्षेत्रवासियों से मिलने पहुंचे रेलवे के अधिकारी
भूमि का होगा नापी, उसके बाद होगा घेराबड़ी: ए.ई.एन
बीस हजार की जनसंख्या वाले क्षेत्र का एक मात्र मुख्य सड़क, रेलवे कर रहा जबरन घेराबंदी: क्षेत्रवासी
ट्रिपल रेल लाइन बिछाने को लेकर रेलवे कर रहा भूमि का सीमांकन
साहिबगंज: मालदा रेल खंड समेत अन्य रेल खंड में यातायात को सुगम बनाने के लिए रेलवे ट्रैक का जाल बिछाया जा रहा है, जिसके लिए रेलवे अपने क्षेत्र में आनेवाली भूमि को अधिग्रहण करने में जुटी है। वहीं मालदा रेल खंड के साहिबगंज में भी यातायात को सुगम बनाने के लिए पूरे रेल खंड को डबल लाइन के बाद अब ट्रिपल लाइन करने का कार्य भी शुरू हो चुका है, जिसको लेकर रेलवे के द्वारा भूमि अधिग्रहण के लिए सीमांकन का कार्य जारी है। रेलवे द्वारा किए जा रहे घेराबंदी का साहिबगंज क्षेत्र वासियों के द्वारा पुरजोर विरोध किया जा रहा है।

सीमांकन के बाद हो रहे घेराबंदी का क्षेत्रवासियों ने किया विरोध, रोका कार्य:
सोमवार की सुबह सैकड़ों की संख्या में साहिबगंज शहरी क्षेत्र के कबूतरखोपी, सकरूगढ़ और चानन क्षेत्र के वासियों ने अपने मुख्य सड़क को घेराबंदी का विरोध करते हुए प्रदर्शन किए। क्षेत्र वासियों का कहना है कि कबूतरखोपी, सकरूगढ़ और चानन क्षेत्र में करीब 20 हजार की जनसंख्या है, जो रोजाना लोगों का आवागमन का मुख्य रास्ता है, जिसे नगर परिषद के द्वारा बनाया गया है। रेलवे के द्वारा जबरन रास्ता को तोड़ कर घेराबंदी कर आवागमन के लिए बने सड़क को बंद कर रही है। क्षेत्रवासियों में मनोज तांती, समेत अन्य ने कहा कि रेलवे का पटरी से मात्र 45 फीट जमीन पर रेल का अधिकार है, बताए कि नगर पालिका और रेलवे के द्वारा जारी नक्शा में भी सड़क को दिखाया गया है, और रेल के पदाधिकारी जबरन 60 फिट जमीन का सीमांकन कर घेराबंदी कर रहे है, जो सरासर गलत है। जिसके विरोध में सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष बूढ़े जवान सभी सड़क पर उतर कर रेल पदाधिकारियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे है।

भाजपा नेता गणेश तिवारी भी मौके पर पहुंचे:
वहीं क्षेत्रवासियों की समस्या को देखते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता गणेश तिवारी भी मौके पर पहुंचे, और क्षेत्रवासियों की जायज मांग का समर्थन करते दिखे, उन्होंने कहा कि कबूतरखोपी, सकरुगढ़, चानन के क्षेत्रवासी का आवागमन का साधन का मुख्य सड़क यही है, और रेलवे के द्वारा घेराबंदी किया जा रहा है, रेल प्रशासन को इस पर विचार करने की जरूरत है। प्रदर्शन स्थल पर रेल पदाधिकारियों के समक्ष समस्या के समाधान करने की पहल की गई, आश्वाशन मिला है, समस्या का समाधान होगा।

विरोध के बाद, भूमि का हुआ मापी, पहुंचे रेल अधिकारी:
वहीं घेराबंदी का कार्य को बंद करने के उपरांत ठेकेदार ने इसकी जानकारी रेलवे के पदाधिकारियों को दी, और विरोध प्रदर्शन करने की सूचना भी दी गई। सूचना मिलने के कुछ घंटे के बाद रेल अभियंता विभाग के वरीय अभियंता वैध व्यास शरण, समेत आईओडब्लू के पदाधिकारी चितरंजन मंडल, समेत रेल इंस्पेक्टर सरोज कुमार समेत अन्य मौके पर पहुंचे, और रेलवे के पदाधिकारियों ने सभी क्षेत्रवासियों से अपील करते हुए कहा कि रेलवे के सीमांकन में रेल पटरी के बीच से 54 फिट रेलवे की भूमि है, जिसका सीमांकन किया जा रहा है। अगर गलत तरीके से सीमांकन कर घेराबंदी किया जा रहा है तो सरकारी अमीन के द्वारा जमीन की नापी कराई जाएगी और नापी के बाद ही घेराबंदी का कार्य प्रारंभ किया जाएगा। वहीं इस दौरान सरकारी अमीन के द्वारा जमीन नापी का कार्य किया गया। जिसका रिपोर्ट तैयार कर ऊपर भेजा जाएगा।