मूक-बधिर विद्यालय में टेराकोटा गुरु का जन्मोत्सव, कलाकार ने दी श्रद्धांजलि
साहेबगंज। जब मन की सोच सुंदर हो, तो हर चीज सुंदर दिखाई देती है। कलाकार की भी यही प्रवृत्ति होती है। उसका हर कार्य उसके गुरु के प्रति श्रद्धा और आभार प्रकट करता है। कुछ ऐसा ही दृश्य मंगलवार को साहेबगंज वान उडेन मूक-बधिर विद्यालय में देखने को मिला, जहां प्रसिद्ध टेराकोटा कलाकार अमृत प्रकाश ने अपने दिवंगत गुरु स्व. हिम्मत साह की प्रथम जन्म जयंती पर कार्यक्रम आयोजित किया।

बच्चों ने केक काटकर मनाई खुशियां
कार्यक्रम की शुरुआत केक काटकर हुई, जिसमें विद्यालय के सभी बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। बच्चों की मुस्कान और उमंग ने आयोजन को खास बना दिया।
“कलाकृतियों में दिखती है गुरु की छवि” – प्रो. सुबोध कुमार झा
इस अवसर पर अतिथि के रूप में उपस्थित प्रो. सुबोध कुमार झा ने कहा “मैंने गुरुदेव को प्रत्यक्ष रूप से कभी नहीं देखा, लेकिन जब अमृत प्रकाश की कलाकृतियां देखता हूं तो उसमें गुरुदेव की ही छवि दिखाई देती है। यह स्पष्ट करता है कि वे कितने महान कलाकार और गुरु रहे होंगे।”

गुरु के प्रति कलाकार का आभार
आयोजन के दौरान अमृत प्रकाश ने कहा कि उनके जीवन में जो भी सफलता आई है, उसका श्रेय उनके परम पूज्य गुरु स्व. हिम्मत साह को ही जाता है। उन्होंने गुरु के प्रति अपनी भावनाओं को प्रकट करते हुए कहा कि वे हर वर्ष अपने गुरु का जन्मोत्सव सेवा और कला के माध्यम से मनाते रहेंगे।
कार्यक्रम में विद्यालय की प्राचार्या सिस्टर अंकिता, शिक्षक-शिक्षिकाएं और समस्त स्टाफ मौजूद रहे। सभी ने कलाकार अमृत प्रकाश के इस प्रयास की सराहना की और कहा कि इस तरह के आयोजन से बच्चों में कला, संस्कार और मानवीय मूल्य विकसित होते हैं।