उधवा : उधवा प्रखंड क्षेत्र के कई मध्य और प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की घोर कमी के कारण बच्चों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है। कुछ प्राथमिक विद्यालयों में जहाँ मात्र एक या दो शिक्षक हैं, वहीं कई मध्य विद्यालयों में भी तीन-चार शिक्षकों से ही काम चलाया जा रहा है। इसका सीधा असर बच्चों के पठन-पाठन पर पड़ रहा है, जिससे वे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से वंचित हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार दक्षिण पलाशगाछी पंचायत स्थित मध्य विद्यालय कादिर टोला की स्थिति अत्यंत चिंताजनक है। इस विद्यालय में करीब 1200 बच्चे नामांकित हैं, लेकिन उन्हें पढ़ाने के लिए केवल तीन शिक्षक उपलब्ध हैं। शिक्षकों की इस कमी के कारण छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, और शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं


विद्यालय के सचिव अब्दुल रज्जाक ने बताया कि तीन शिक्षकों के साथ इतने बड़े छात्र समूह को पढ़ाना और अतिरिक्त कक्षाएं लेना बेहद मुश्किल हो जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर विभाग को कई बार अवगत कराया गया है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। अब्दुल रज्जाक ने विद्यालय में अतिरिक्त कमरों के अभाव की समस्या भी उठाई, जिससे बच्चों को बैठने और पढ़ने में परेशानी होती है। दियारा क्षेत्रों में होने के कारण नेटवर्क की समस्या भी एक बड़ी चुनौती है, जिससे कई ऑनलाइन कार्य प्रभावित हो जाते हैं। उन्होंने वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की, ताकि ऑनलाइन कार्यों में कोई बाधा न आए। सचिव ने शिक्षा विभाग से तत्काल शिक्षकों की नियुक्ति करने की मांग की है, ताकि बच्चों का भविष्य उज्ज्वल हो सके और उन्हें बेहतर शिक्षा मिल सके।