उधवा : झारखंड के सहायक अध्यापकों ने अपनी विभिन्न लंबित मांगों को लेकर राज्यस्तरीय कार्यक्रम के तहत राजमहल विधायक एमटी राजा से मुलाकात की। राजमहल प्रखंड अध्यक्ष प्रकाश भान राय और उधवा प्रखंड अध्यक्ष मो. सेराजुल हक के नेतृत्व में सहायक अध्यापकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने विधायक कार्यालय पहुंचकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इस दौरान प्रकाश भान राय ने बताया कि झारखंड सरकार ने पारा शिक्षकों को समान काम के बदले समान वेतन देने का वादा किया था, लेकिन इस दिशा में अभी तक कोई ठोस पहल नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा एक नियमावली तो दी गई, जिसके तहत मानदेय में 40-50 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई और सामाजिक सुरक्षा के तहत सामान्य भविष्य निधि का लाभ भी दिया गया, लेकिन यह समान वेतन के वादे से काफी कम है।
सहायक अध्यापकों की प्रमुख मांगे :- 1 सहायक अध्यापकों ने सरकार से मांग की कि सभी सहायक अध्यापकों को उनके कार्य के अनुरूप समान वेतन प्रदान किया जाए।2 गत आंदोलन के दौरान रघुवर सरकार द्वारा रांची और राज्य के विभिन्न थानों में दर्ज सभी मुकदमों को तुरंत वापस लिया जाए।3 मृत सहायक अध्यापकों के आश्रितों को अविलंब अनुकंपा का लाभ प्रदान किया जाए।4. 28 अगस्त 2024 को सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के साथ हुए सभी समझौतों को पूर्ण रूप से लागू किया जाए।5. सहायक अध्यापकों की सेवानिवृत्ति की आयु 60 वर्ष से बढ़ाकर 62 वर्ष की जाए।6. विभागीय अधिकारियों द्वारा झारखंड के लगभग 1700 सहायक अध्यापकों को ‘फी शैक्षणिक संस्थान’ का हवाला देते हुए कार्यमुक्त किया गया है। इस आदेश को तत्काल निरस्त किया जाए और उन्हें पुनः बहाल किया जाए। वही विधायक एमटी राजा ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि वे आगामी विधानसभा सत्र के दौरान इस मुद्दे को मजबूती से उठाएंगे। उन्होंने कहा कि वे सहायक अध्यापकों की मांगों को पूरा कराने के लिए विधानसभा में जोरदार तरीके से बात रखेंगे और हर संभव प्रयास करेंगे। मौके पर अजय कुमार साह ,निर्मल कुमार साहा, अशोक मंडल, जितेंद्र कुमार, आदि मौजूद थे