गंगा खतरे के निशान के करीब, प्रशासन की सख्त चेतावनी के बावजूद लापरवाही जारी
तालझारी/साहिबगंज: साहिबगंज जिले के तालझारी प्रखंड स्थित बाँसकोला घाट पर इन दिनों नाव से पार करने वाले ग्रामीणों की जान जोखिम में पड़ गई है। बाँसकोला घाट से गोपालपुर दियारा के बीच मरगंग नदी पर एक छोटी नाव से ग्रामीणों और दोपहिया वाहनों की ढुलाई की जा रही है, जिसकी क्षमता महज चार मोटरसाइकिलों की है। इसके बावजूद नाव पर आठ से नौ मोटरसाइकिलें और दर्जनों लोग एक साथ चढ़ाए जा रहे हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि वे रोज़ाना शहर तक सब्जी और दूध बेचने जाते हैं, लेकिन घाट पर नाव की सीमित क्षमता के चलते समय पर बाज़ार पहुंचना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में मजबूरी में ज्यादा संख्या में गाड़ियाँ एक साथ चढ़ाई जाती हैं, जिससे बड़ी दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। गंगा उफान पर, प्रशासन ने दी सख्त चेतावनी:इधर गंगा नदी भी इन दिनों उफान पर है।

केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, 17 जुलाई को गंगा चेतावनी स्तर को छू चुकी है और आने वाले दिनों में इसके डेंजर लेवल को पार करने की संभावना जताई गई है।

हालात को देखते हुए अपर समाहर्ता गौतम भगत ने सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा है कि घाट संचालक क्षमता से अधिक यात्रियों व वाहनों को लादकर परिचालन न करें, अन्यथा सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही बाढ़ की संभावना को ध्यान में रखते हुए अनावश्यक रूप से गंगा नदी को आरपार न करने की अपील की गई है।

स्थानीय नागरिक संतोष कुमार चौधरी ने प्रशासन से मांग की है कि बाँसकोला घाट पर बड़ी नाव की व्यवस्था कराई जाए, जिससे ग्रामीणों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।