भारतीय वन्यजीव संस्थान और वन विभाग की पहल, दो महीने मछली पकड़ने पर रोक का आग्रह
उधवा, साहिबगंज: उधवा प्रखंड के उत्तर पलाशगाछी पंचायत सचिवालय में बुधवार को भारतीय वन्यजीव संस्थान ने वन विभाग के सहयोग से गंगा नदी में पाई जाने वाली डॉल्फिन और अन्य जलीय जीवों के संरक्षण को लेकर स्थानीय मछुआ समिति के सदस्यों और ग्रामीणों के लिए एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया।प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान भारतीय वन्यजीव संस्थान के अनुभवी प्रशिक्षक मुकेश देवरारी ने संबोधित करते हुए कहा जलीय जीवों को बचाना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। इन जीवों का सीधा संबंध हमारे नदी पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य से है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि केवल मिलकर ही हम इन अमूल्य प्राकृतिक संपदाओं की रक्षा कर सकते हैं।प्रशिक्षण के दौरान मछुआरों को गंगा नदी में मछली पकड़ने के दौरान डॉल्फिन और अन्य जलीय जीवों को गलती से जाल में फंसने या चोटिल होने से बचाने की प्रक्रिया की जानकारी दी गई। उन्हें ऐसे जाल और तरीके इस्तेमाल करने के बारे में बताया गया जिनसे डॉल्फिन को नुकसान न पहुंचे। प्रशिक्षकों ने मछुआ समिति के सदस्यों और स्थानीय मछुआरों से आग्रह किया कि वे आगामी दो महीनों तक मछली पकड़ने से बचें। यह समय जलीय जीवों विशेषकर मछलियों का प्रजनन काल होता है और इस अवधि में उन्हें बिना किसी बाधा के अंडे देने और अपनी संख्या बढ़ाने का अवसर मिलना चाहिए। संस्थान ने बताया कि इस अवधि के दौरान सहयोग करने वाले मछुआ समिति के सदस्यों को विशेष भत्ता भी प्रदान किया जाएगा, ताकि उनकी आजीविका प्रभावित न हो। वन विभाग की ओर से उपस्थित पप्पू कुमार यादव ने भी नदी में जलीय जीवों की रक्षा के महत्व को विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना या जलीय जीव से संबंधित जानकारी मिलने पर विभाग को तुरंत सूचित करे,ताकि समय रहते मदद पहुंचाई जा सके। इस अवसर पर डॉल्फिन वॉचर अजीजूर रहमान, आजाद अली, जसीम शेख, शमीम शेख, कमल शेख, धन्नी चौधरी, अशोक चौधरी सहित कई अन्य स्थानीय ग्रामीण और समिति के सदस्य मौजूद थे।