बरहड़वा: मानव तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने बुधवार को बरहड़वा रेलवे स्टेशन पर बड़ी कार्रवाई करते हुए चार नाबालिग लड़कियों को संदिग्ध परिस्थितियों में बरामद किया है। इन लड़कियों को आगे की कार्यवाही और सुरक्षित भविष्य के लिए बाल संरक्षण मंथन, साहिबगंज को सौंप दिया गया है।
गुप्त सूचना पर त्वरित कार्रवाई
मामले की जानकारी देते हुए आरपीएफ इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने बताया कि उन्हें बुधवार को एक गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ नाबालिग लड़कियों को बरहड़वा से बाहर ले जाने का प्रयास किया जा रहा है। सूचना की गंभीरता को देखते हुए, तत्काल एक टीम गठित की गई और बरहड़वा रेलवे स्टेशन पर सघन छापेमारी अभियान चलाया गया।अभियान के दौरान, जब टीम प्लेटफॉर्म नंबर एक के मुख्य द्वार के पास पहुँची, तो वहाँ चार नाबालिग लड़कियाँ संदिग्ध अवस्था में घूमती हुई दिखाई दीं। संदेह होने पर आरपीएफ जवानों ने उन्हें रोककर पूछताछ की। पूछताछ में लड़कियों ने बताया कि वे चारों सहेलियां हैं और राधानगर थाना क्षेत्र के एक ही एक गाँव की निवासी हैं।
घरेलू विवाद बताकर मुंबई जाने की फिराक में थीं लड़कियाँ
नाबालिग लड़कियों ने बताया कि उनका अपनी माताओं से झगड़ा हुआ था और कुछ घरेलू समस्याओं के कारण वे अपने घरों से निकलकर ऑटो से बरहड़वा रेलवे स्टेशन आई थीं। उनका इरादा था कि वे सुबह 11 बजे वाली पैसेंजर ट्रेन से साहिबगंज जाएँगी और वहाँ से मुंबई जाने वाली किसी ट्रेन को पकड़कर सीधे मुंबई चली जाएंगी। मुंबई पहुँचकर वे घरों में साफ-सफाई का काम करने की योजना बना रही थीं।आरपीएफ इंस्पेक्टर ने बताया कि शुरुआती पूछताछ में भले ही लड़कियों ने घरेलू विवाद का कारण बताया हो, लेकिन उनकी उम्र और अकेले मुंबई जाने की योजना मानव तस्करी के प्रयासों की ओर इशारा करती है। ऐसे मामलों में अक्सर भोले-भाले नाबालिगों को बहला-फुसलाकर बड़े शहरों में शोषण का शिकार बनाया जाता है।चारों नाबालिग लड़कियों को सभी आवश्यक कागजी प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद बाल संरक्षण मंथन, साहिबगंज को सौंप दिया गया है, जो उनकी काउंसलिंग और पुनर्वास के लिए आगे की कार्रवाई करेगा। आरपीएफ की इस त्वरित कार्रवाई से चार मासूम जिंदगियों को बड़े खतरे से बचाया जा सका है।