साहिबगंज: जिला प्रशासन ने साहिबगंज मनिहारी के बीच जहाज से यात्रा करने वाले यात्रियों को नए वर्ष से पूर्व एक बड़ा तोफ़ा दिया है, छह महीने बाद 25 दिसंबर बुधवार को साहिबगंज-मनिहारी के बीच फेरी सेवा का शुभारम्भ शहर के ओझा टोली घाट से किया, साथ ही मालवाहक जहाज का शुभारंभ गरम घाट से किया गया। जिसका शुभारंभ डीडीसी सतीश चंद्रा, जिला परिषद के उपाध्यक्ष सुनील यादव, एसडीओ अंगार नाथ स्वर्णकार, डीटीओ मिथिलेश चौधरी, आईटीडीए के पदाधिकारी संतोष दास समेत अन्य पदाधिकारीयों ने संयुक्त रूप से फीता काटकर और विधिवत पूजा अर्चना कर किया गया।

तीन बार टेंडर निकाला, तीनों बार हुआ रद्द:
बता दें कि फेरी सेवा बंदोवस्ती के लिए तीन बार टेंडर निकाला गया। और तीनों बार सिंगल व्यक्ति के स्तर से टेंडर गिराने से बंदोवस्ती प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो सकी। जिसके बाद जिला प्रशासन अपने स्तर से फेरी सेवा का संचालन करेगी। इससे प्राप्त राशि नजारत में जाम होगी। इसके लिए एक अलग बैंक एकाउंट भी खुलेगा। बीते 12 जुलाई से यहां गंगा में फेरी सेवा बंद है। इससे लोगों को गंगा पार कर बिहार जाने या बिहार के लोगों को झारखंड आने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।

यात्रियों में खुशी की लहर:
वहीं फेरी सेवा शुरू होने बाद यात्रियों में खुशी की लहर है। यात्रियों का कहना है छह माह से हमलोगों को साहिबगंज से मनिहारी और मनिहारी से साहिबगंज आने के लिए पहले ट्रेन के माध्यम से भागलपुर, फिर बस से पूर्णिया और फिर कटिहार और फिर वहां से मनिहारी जाना पड़ता था। इस बीच यात्रियों को करीब 200 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती थी।
वहीं कुछ यात्रियों ने बताया कि कई यात्री अपनी जान को जोखिम में डालकर नाव के माध्यम से यात्रा करना पड़ता था। और ज्यादा किराया चुकाना पड़ता था। अब फेरी सेवा शुरू हो चुकी है, यात्रियों को पूरी सेफ्टी के साथ सरकारी दरों पर जहाज से सफर करने का लुफ्त मिलेगा।

जिला प्रशासन की देखरेख में फेरी सेवा और मालवाहक जहाज का होगा परिचालन:
वहीं मौके पर मौजूद डीडीसी सतीश चंद्रा ने बताया कि फेरी सेवा के लिए किराए पर जहाज उपलब्ध कराने के लिए चार आवेदन मिले थे। विचारोपरांत फेरी सेवा का संचालन के लिए किराए पर जहाज उपलब्ध कराने का जिम्मा एमएस कन्हाईया लॉजेस्टिक्स को दिया गया है। इसके एवज में जिला प्रशासन प्रतिदिन के हिसाब से संबंधित कम्पनी को किराये का भुगतान करेगा। इससे पहले जहाज किराए पर देने के लिए डीसी ने चयन समिति का गठन किया था। चयन समिति ने विचारोपरांत यह निर्णय लिया गया और सदर एसडीओ, अपर समाहर्ता और आपदा प्रबंधन पदाधिकारी के देखरेख में फेरी सेवा का संचालन किया जा रहा है। बताया कि फेरी सेवा के साथ साथ मालवाहक जहाज का भी परिचालन होना है, जिसमें यात्रियों के साथ साथ वाहनों के हिसाब से भाड़ा किराया तय किया गया है, जिसकी सूची टिकट घर के समक्ष चिपका दिया जाएगा।