उधवा/साहेबगंज, 17 अप्रैल: साइबर अपराधियों ने अब भोले-भाले ग्रामीणों को अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है। ताजा मामला उधवा प्रखंड के अमानत दियारा पंचायत के फरजुल हाजी टोला गांव से सामने आया है, जहां रफीकुल शेख (28) नामक एक युवक साइबर ठगी का शिकार हो गया। ठगों ने खुद को बंधन बैंक का अधिकारी बताकर उनसे 29 हजार 6 सौ रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित रफीकुल शेख ने आपबीती सुनाते हुए बताया कि मंगलवार को उनके मोबाइल फोन पर एक अनजान नंबर से कॉल आया। फोन उठाने पर दूसरी तरफ से एक व्यक्ति ने आत्मविश्वास भरी आवाज में खुद को बंधन बैंक का अधिकारी बताया। उसने रफीकुल को यह कहकर डराया कि उनका बैंक खाता काफी लंबे समय से अपडेट नहीं किया गया है। यदि निर्धारित समय के भीतर खाते को अपडेट नहीं किया जाता है, तो सुरक्षा कारणों से उसे स्थायी रूप से बंद (लॉक) कर दिया जाएगा। ठग ने रफीकुल को विश्वास दिलाया कि खाता अपडेट करने की एक सरल प्रक्रिया है और ऐसा करने से उनका खाता फिर से सक्रिय हो जाएगा। इसके बाद उसने रफीकुल को बताया कि उनके मोबाइल नंबर पर एक छह अंकों का ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) भेजा गया है। ठग ने बड़ी ही चतुराई से रफीकुल को उस ओटीपी को बताने के लिए फुसला लिया, ताकि वह कथित तौर पर उनके खाते को अपडेट कर सके।रफीकुल, जो साइबर सुरक्षा के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं रखते थे, ठग की बातों में आ गए और उन्होंने बिना सोचे-समझे अपने मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी को उस अनजान व्यक्ति को बता दिया। ओटीपी साझा करते ही कुछ ही पलों में रफीकुल के मोबाइल पर एक के बाद एक तीन संदेश आए। पहले दो संदेश 10-10 हजार रुपये की निकासी के थे, जबकि तीसरा संदेश 9 हजार 6 सौ रुपये की निकासी का था। इस तरह, उनके खाते से कुल 29 हजार 6 सौ रुपये गायब हो गए।जब रफीकुल को ठगी का एहसास हुआ, तो उन्होंने तुरंत उस अनजान नंबर पर वापस कॉल करने की कोशिश की, जिससे उन्हें फोन आया था। हालांकि, बार-बार प्रयास करने के बावजूद किसी ने भी फोन नहीं उठाया। पीड़ित युवक इस घटना से बुरी तरह से स्तब्ध और परेशान है।समाचार लिखे जाने तक रफीकुल शेख द्वारा स्थानीय उधवा थाने में इस साइबर ठगी की घटना की लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई गई थी।