तीर्थ यात्रा कराने के बहाने पुणे के व्यवसायी को बुलाया, फिर कर लिया अगुआ
अपहृत के पुत्र से अपहरणकर्ताओं ने मांगी एक करोड रुपए फिरौती
अपहृत के सकुशल बरामदगी को लेकर पुणे पुलिस पहुंची साहिबगंज
साहिबगंज: एक करोड़ की फिरौती के लिए अगुवा किए गए पुणे के व्यवसायी को साहिबगंज पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के चंगुल से सकुशल बरामद करने में सफलता प्राप्त की है। मौके पर पुलिस ने दो अपहरण कर्ताओं को दबोचने में सफल रही, वहीं मौके से कई फरार भी हो गए, जिसकी तलाश पुलिस कर रही है।
एसपी ने किया मामले का उद्भेदन:
शनिवार को पुलिस लाइन स्थित अपने कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एसपी अमित कुमार सिंह ने बताया कि पुणे के एक व्यवसाय को पहले तीर्थ यात्रा कराने का प्रलोभन देकर मालदा बुलाया और फिर एक करोड रुपए फिरौती के लिए पुणे के व्यवसायी यशवंत हीरामन विनोदे (55 वर्ष) को बहला फुसलाकर अपहरण कर लिया गया। बीते 17 अक्टूबर को पुणे महाराष्ट्र के निवासी यशवंत हीरामन विनोदे को उनके ही किराएदार राजू के द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर अपहरण कर लिया। अपहरण कर्ताओं ने पुणे के व्यवसाय को साहिबगंज जिले के राधा नगर थाना क्षेत्र के गोलढाव दियारा में रखा था। बीते शुक्रवार को अपह्रत के फोन से उसके पुत्र के मोबाइल पर फोन कर एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी। इसको लेकर अपह्रत के पुत्र ने महाराष्ट्र के हिंजवडी थाना में प्राथमिक दर्ज करवाया था। मामले में पुणे क्राईम ब्रांच और तकनीकी टीम के सहयोग से अपहरण कर्ताओं के मोबाइल लोकेशन के आधार पर साहिबगंज एसपी ने शुक्रवार की रात तकरीबन 12:30 बजे पश्चिम बंगाल के मालदा के एसपी से संपर्क कर आवश्यक जानकारी का आदान-प्रदान किया गया था।
छापेमारी टीम ने दियारा क्षेत्र से किया बरामद:
साहिबगंज एसपी ने तत्काल संज्ञान लेते हुए मामले में राजमहल एसडीपीओ विमलेश कुमार त्रिपाठी की अगुवाई में एक छापेमारी टीम का गठन किया, जिसमें तीन थानों की पुलिस को शामिल किया गया था। टीम ने पूरी रात राधा नगर थाना अंतर्गत दियारा क्षेत्र पलाश गाछी, बानु टोला, गोल ढाब इलाकों में पैदल और नाव के सहारे अपहर्ता की खोज में खाक छानती रही। इसी दौरान शनिवार की सुबह तकरीबन 5 बजे पुलिस टीम ने गोल ढाव दियारा से अपहृत व्यक्ति यशवंत हीरामन विनोद को सकुशल बरामद करते हुए दो अपहरकर्ताओं को दबाने में सफलता प्राप्त की।
पांच अपहरणकर्ताओं में से दो गिरफ्तार, तीन फरार: एसपी
एसपी अमित कुमार सिंह ने बताया कि दबोचा गए अपराधी नसीम अख्तर धर्मपुर तीन मोहनी मालदा जिला पश्चिम बंगाल और दूसरा अपराधी साहिबगंज जिला के राधा नगर थाना क्षेत्र के अमानत का है। वही मौके से अन्य 3 अपहरणकर्ता नदी और दियारा लाभ उठाकर भागने में सफल रहे। तीनो की पहचान कर ली गई है, जल्द ही तीनों की भी गिरफ्तारी की जाएगी।
पुणे के व्यवसायी ने सुनाई आपबीती:
इधर अपहरकर्ताओं की चंगुल से सकुशल बरामद हुए यशवंत हीरामन विनोदे ने अपनी सकुशल बरामदगी के लिए साहिबगंज पुलिस के प्रति आभार व्यक्त किया। उसने बताया कि अपहरकर्ता राजू पिछले डेढ़ साल से पुणे में उसके यहां किराएदार के रूप में रह रहे थे। उन्हें तीर्थ यात्रा करने का प्रलोभन देकर हवाई जहाज से पहले पुणे से कोलकाता बुलाया, फिर वहां से ट्रेन से पश्चिम बंगाल का मालदा। फिर कार, बाइक और नाव के सहारे उसका अपहरण करते हुए उसे अन्य अपहरणकर्ताओं के ग्रुप को सौंप दिया गया था। और डरा धमका कर डेढ़ दिन दियारा क्षेत्र के कीचड़ वाले इलाके में रखा। अगले दिन शनिवार की सुबह छापेमारी टीम मौके पर पहुंची, और मेरी जान बचाई है।
वहीं छापेमारी टीम में राजमहल एसडीपीओ बिमलेश कुमार त्रिपाठी, राधा नगर थाना प्रभारी नितेश कुमार पांडे, राजमहल थाना प्रभारी गुलाम सरवर समेत एक दर्जन पुलिस बल शामिल थे।
साथ में महाराष्ट्र के पुणे से पहुंची क्राइम ब्रांच के दो पदाधिकारी साहिबगंज पहुंचे थे और अपहृत सहित दोनों गिरफ्तार अपहरणकर्ता को साहिबगंज पुलिस ने पुणे से पहुंची दो सदस्यीय टीम के हवाले कर दिया। जिसे अपने साथ पुणे ले गई। और आगे की कारवाई जारी रहेगी।