साहिबगंज: जिले के जिरवाबाड़ी थाना क्षेत्र के चानन घाट पर चैती छठ पूजा के अंतिम दिन छठवर्ती और सभी श्रद्धालु उदय गामी भगवान भास्कर को अर्घ्य देने पहुंचे थे, चारो ओर भक्ति मय वातावरण था, इसी बीच कुछ छठवर्तियों के द्वारा नारियल को गंगा में दान स्वरूप लुटाया गया, और नारियल को लूटने के लिए कुछ युवक गंगा घाट से कुछ दूर गंगा के गहराई में चले गए, इसी क्रम में प्रेम नगर निवासी राजू जायसवाल का 16 वर्षीय बेटा सागर कुमार गंगा में डूब गया। वहीं घाट पर मौजूद लोगों ने युवक को बचाने का काफी प्रयास किया, परंतु गंगा में ज्यादा गहराई होने के कारण युवक गंगा में लापता हो गया। वहीं लोगों के द्वारा इस घटना की जानकारी जिरवाबाड़ी थाना प्रभारी अनीस कुमार पांडे को दी गई, सूचना मिलते ही थाना प्रभारी अपने दल बल के साथ चानन घाट पहुंचे, मौके पर सदर बीडीओ सह प्रभारी सीओ सुबोध कुमार और एसडीओ अंगरनाथ स्वर्णकार भी पहुंचे। वहीं गांव के कुछ गोताखोरों को भी बुलाया गया और पुलिस के द्वारा स्टीमर के माध्यम से गंगा में डूबे युवक की काफी खोजबीन की गई, परंतु कोई अतापता नहीं चला। वहीं प्रशासन ने युवक को गंगा से बाहर निकालने के लिए राजमहल से गोताखोरों को बुलाया है, वहीं खबर लगाने तक पुलिस बलों और लोकल गोताखोरों की मदद खोजबीन का कार्य जारी था।
इस घटना से परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था। ग्रामीण बताते है कि प्रेम नगर के निवासी राजू जायसवाल और उनका परिवार चैती छठ पूजा मानने को लेकर चानन घाट आए हुए थे। परंतु ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था।
वहीं घाट पर मौजूद समाजसेवी मनोज तांती ने बताया कि झारखंड प्रदेश का एक लौता जिला साहिबगंज है, जहां से उत्तर वाहिनी गंगा बहती है, और अक्सर गंगा नदी में स्नान करने या किसी कारणवस कोई न कोई अप्रिय दुर्घटना होती रहती है, उसके बाबजूद भी सरकार और जिला प्रशासन के द्वारा एनडीआरएफ का एक यूनिट साहिबगंज में स्थापित नहीं किया गया। कई बार यहां के जनप्रतिनिधि और जिलेवासियों के द्वारा एनडीआरएफ यूनिट स्थापित करने की मांग की गई है, परंतु इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। अगर यहां एनडीआरएफ की टीम होती तो शायद गंगा में डूबे कइयों की जान बच सकती थी।