भाजपा के पूर्व विधायक अनंत ओझा शासन और प्रशासन से वाई प्लस सुरक्षा श्रेणी की मांग की
साहिबगंज: भाजपा नेता व राजमहल के पूर्व विधायक अनंत कुमार ओझा को बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा उठाने पर जान से मारने की धमकी मिल रही है। राजमहल से दो बार विधायक रहे ओझा ने इसकी शिकायत साहिबगंज के नगर थाने में की है। वहीं पूरे मामले में उन्होंने डीजीपी अनुराग गुप्ता को भी पत्र लिखा है। डीजीपी को लिखे पत्र में उन्होंने अपने हाउस गार्ड हटाने व सुरक्षा कम किए जाने पर चिंता जतायी है। साथ ही उन्होंने डीजीपी से मांग की है कि उन्हें वाई प्लस सुरक्षा श्रेणी दी जाए। आईजी विशेष शाखा प्रभात कुमार से भी उन्होंने इस संबंध में पत्राचार किया है। फोन पर कहा बांग्लादेशी मुद्दा उठाते हो, सुधर जाओ।

पूर्व विधायक ने क्या कहा:
पूर्व विधायक अनंत ओझा ने साहिबगंज के नगर थाने में पूरे मामले में शिकायत की है। उन्होंने कहा है कि 16 फरवरी को वह अपने साहिबगंज के विवेकानंद चौक स्थित कार्यालय में थे। तभी उनके मोबाइल पर 8645327148 नंबर से फोन आया। मिस्ड कॉल होने के बाद उन्होंने कॉलर को फोन किया, तब दूसरी तरफ से उनसे गाली-गलौज की जाने लगी। वहीं धमकी दी गई कि बार-बार बांग्लादेशी के खिलाफ आवाज उठाते हो, सुधर जाओ, वरना जान से मार देंगे। अनंत ओझा ने इस मामले में साहिबगंज एसपी से भी शिकायत की।
डीजीपी को लिखे पत्र में क्या:
अनंत ओझा ने डीजीपी को पत्र लिखकर बताया है कि संताल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर वह लगातार आवाज उठाते रहे हैं। अवैध बांग्लादेशी घुसपैठ के खिलाफ आवाज उठाने के कारण देश विरोधी ताकतों के द्वारा पूर्व में भी धमकी मिल चुकी है। कई संदिग्ध समय समय पर उनका पीछा भी करते हैं। अनंत ओझा ने लिखा है कि साल 2018 में धमकी मिलने के बाद तत्कालीन मुख्य सचेतक व वर्तमान वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने उनकी सुरक्षा को लेकर सरकार को पत्र लिखा था। इसके बाद 1-4 की सुरक्षा उन्हें मिली थी, साथ ही चेन्नई व कोलकाता जाकर पुलिस ने संदिग्धों पर कार्रवाई की थी। अनंत ओझा ने लिखा है कि 2024 में विधानसभा में विपरीत जनादेश मिलने के बाद उनके आवास से गार्ड हटा दिया गया। इसके बाद स्थानीय पुलिस प्रशासन से प्रतिनियुक्त अंगरक्षकों को भी हटाने का आदेश दिया गया है।